श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना: इतिहास के पन्नों पर वीरता का साक्षी | Shri Rashtriya Rajput Karni Sena: Witness of bravery on the pages of history

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना संगठन राजपूती विरासत को संरक्षित करने और राष्ट्रधर्म को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

शौर्य, त्याग, और बलिदान की गाथाएं सदियों से राजपूत इतिहास में गुंथी हुई हैं। उसी इतिहास की धरोहर को समेटे हुए खड़ी है श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना। यह संगठन राजपूती विरासत का संरक्षक होने के साथ-साथ सामाजिक न्याय और राष्ट्रधर्म का भी अग्रदूत है। आइए, धर्म और धरा के लिए समर्पित इस वीर भूमि की कहानी को सुनते हैं।

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करणी माता की कृपा से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का जन्म | Birth of Rashtriya Rajput Karni Sena

१९८४ में जयपुर की धरती पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का बीजारोपण हुआ। लोकेंद्र सिंह कालवी के नेतृत्व में स्थापित इस संगठन का नामकरण देवी करणी माता के प्रति श्रद्धा से किया गया। करणी माता को राजपूत समाज में अदम्य साहस और मातृत्व की मूर्ति के रूप में पूज्यनीय माना जाता है। उन्हीं की कृपा से राष्ट्रधर्म के रणक्षेत्र में उतरी यही सेना।

करणी सेना की स्थापना | Karni Sena ki sthapana | Foundation of Karni Sena

राजपूत समुदाय को एकजुट करने के लिए तथा राजपूत समाज की समस्याओं को आवाज देने के लिए राजपूत समाज के हित में भारत सरकार में राजपूत समाज की जगह बनाने के उद्देश्य से करनी सेना की स्थापना की गयी थी|

स्वयं प्रेरणा से राजपूत समाज के उत्थान के हेतु कार्यरत रहते हुए श्री लोकेंद्र सिंह कालवी जी ने एक संगठन की कल्पना की जो की राजपूत समाज का नेतृत्व करे तथा राजपूत समाज को संगठित कर राजपूतो को अपना अधिकार दिलाये| इस उद्देश्य के चलते श्री लोकेंद्र सिंह कालवी जी ने करणी सेना की स्थापना की|

सामाजिक न्याय का ध्वजवाहक | flag bearer of social justice

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सिर्फ जातिगत पहचान से बंधा नहीं है। समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए भी यह संगठन सदैव तत्पर रहता है। महिला सशक्तीकरण, बाल शिक्षा, और गरीबों की सहायता जैसे कार्यों में सेना का योगदान अविस्मरणीय है। प्राकृतिक आपदाओं के समय भी सेना के स्वयंसेवक अग्रिम मोर्चे पर खड़े नजर आते हैं।

राष्ट्रधर्म की रक्षा कवच | protective shield of nationalism

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानती है। देश की सीमाओं की सुरक्षा से लेकर संस्कृति के संरक्षण तक, हर मोर्चे पर सेना राष्ट्रधर्म की रक्षा के लिए ढाल बनकर खड़ी है। भारतीय संस्कृति के मूल्यों को बचाए रखने और राष्ट्रविरोधी ताकतों का डटकर विरोध करने में सेना का अतुलनीय योगदान रहा है।

विवादों के बवंडर में | in a whirlwind of controversies

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के रास्ते भी कांटों से भरे रहे हैं। कुछ विवादास्पद गतिविधियों के कारण संगठन को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है। हालांकि, सेना का कहना है कि वह सदैव कानून के दायरे में रहकर काम करती है और राष्ट्रहित सर्वोपरि रखती है।

भविष्य की ओर दृष्टि | vision towards the future

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना तेजी से बदलते विश्व में खुद को ढाल रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से युवा पीढ़ी तक पहुंचने और राष्ट्रधर्म के प्रति जागरूकता फैलाने में सेना सक्रिय भूमिका निभा रही है। शिक्षा और आधुनिकता को अपनाते हुए, सेना भविष्य में भी सामाजिक न्याय और राष्ट्रधर्म के पथ पर अग्रसर रहने का संकल्प लेती है।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना इतिहास के पन्नों पर वीरता का साक्षी बनकर खड़ी है। राजपूती विरासत को सहेजे हुए और राष्ट्रधर्म को निभाते हुए यह सेना निश्चित रूप से आने वाले समय में भी अपना गौरवशाली इतिहास लिखती रहेगी।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना: लोकप्रिय संस्कृति में प्रतिध्वनि | Shri Rashtriya Rajput Karni Sena: Resonance in popular culture

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का प्रभाव सिर्फ इतिहास के पन्नों तक ही सीमित नहीं है। लोकप्रिय संस्कृति में भी इसकी गहरी पैठ देखने को मिलती है। बॉलीवुड फिल्मों से लेकर टेलीविजन धारावाहिकों तक, करणी सेना के वीर योद्धाओं और उनके त्याग की कहानियां बार-बार दर्शायी गई हैं।

फिल्मों का कैनवास: “पद्मावत” और “जोधा अकबर” जैसी फिल्मों में शौर्यशाली राजपूत योद्धाओं के किरदारों ने करणी सेना की छवि को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित किया। धर्म और स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्षरत इन पात्रों ने दर्शकों के दिलों में करणी सेना के प्रति सम्मान और रोमांच का भाव जगाया।

धारावाहिकों की गूंज: छोटे पर्दे पर भी करणी सेना की कहानियां गूंज उठी हैं। “राणा प्रताप” और “महाराणा अमर सिंह” जैसे धारावाहिकों ने इतिहास के झरोखों से झांककर दर्शकों को बताया कि कैसे करणी सेना ने सदियों से देश की रक्षा की मशाल जलाए रखी।

लोक गीतों की धड़कन: राजस्थान की लोक गीतों में भी करणी सेना के योद्धाओं की गाथाएं अमर हो गई हैं। वीरता और त्याग की इन गाथाओं को सुनते हुए लोग ना केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि अपने पूर्वजों के बलिदानों को भी याद करते हैं।

समाजिक मीडिया का युद्धक्षेत्र: आज के डिजिटल युग में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है। फेसबुक, ट्विटर, और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर सेना अपने विचारों को पहुंचा रही है और युवा पीढ़ी को राष्ट्रधर्म के प्रति जागरूक कर रही है।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Rashtriya Karyakarini | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena National Commitee

  • राष्ट्रीय अध्यक्ष : श्री सुखदेव सिंह गोगामेड़ी
  • राष्ट्रीय उपाध्यक्ष : श्री राज शेखावत
  • राष्ट्रीय उपाध्यक्ष : योगेंद्र सिंह कटार
  • राष्ट्रीय सेक्रेटरी : मनोहर सिंह घोरीवार
  • राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज : पुष्पेंद्र सिंह जादौन
  • राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज : अमित सिंह जादौन
  • राष्ट्रीय संवाददाता : पिंटू बन्ना

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के मुख्य उद्देश्य | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena ke Mukhya Uddeshya | Primary Goal of the Shree Rashtriya Rajput Karni Sena

  1. किसी भी राजपूत , चाहे आम हो या खास के साथ राजनीतिक व सामाजिक द्वेष के चलते किसी भी तरह के दुर्व्यवहार के होने पर पुरजोर विरोध।
  2. इतिहास के साथ छेड़छाड़ और सिनेमा के माध्यम से हो रही समाज की ख़राब होती छवि का विरोध ।
  3. ऐतिहासक पुरुषो के नाम के साथ जुड़े किसी भी विवाद के विरुद्ध आवाज बुलंद करना।
  4. सामाजिक मुद्दे पर समाज में एकजुटता स्थापित करने का प्रयास करना| 
  5. सामाजिक समरसता बनाए रखने और क्षत्रित्व को कायम रखने हेतु 35 कौम को साथ लेकर चलना।
  6. राजनेतिक रूप से काम कर रहे राजपूत नेताओ का साथ देना , चाहे वे किसी भी पार्टी के हो तथा उन नेताओं को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी याद दिलाना।
  7. समाज की बालिकाओं में शिक्षा के लिए जागरूकता पैदा करना।
  8. मातृशक्ति को हर जगह अग्रिम स्थान उपलब्ध करवाते हुए उन्हें बराबरी का दर्जा देना।
  9. युवा वर्ग को मंच देना तथा समाज के प्रति उनकी सोच को सामने लाने का प्रयास करना।
  10. समय समय पर महापुरुषों की जयंती मनाना , युवाओं को उनके शौर्य से रूबरू कराना और उनके नाम से रक्तदान शिविर आयोजित करना।
  11. समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित करना तथा उन्हें शिक्षा व् रोजगार के क्षेत्र में मार्गदर्शन की व्यवस्था करवाना।
  12. सबसे मुख्य , समाज के बच्चों के भविष्य से जुड़े आरक्षण मसले पर फैसले तक की लड़ाई लड़ना।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना क्या काम करती है? | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Kya Kam Karti Hai? | What Type of Work Shree Rashtriya Rajput Karni Sena is Doing?

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना एक सामाजिक संगठन है| यह सामाजिक संगठन; राजपूत समुदाय तथा राजपूत इतिहास से की गयी छेड़छाड़ के खिलाफ आवाज उठानेका और उसे रोकनेका कार्य कराती है| समस्त राजपूत समाज/समुदाय को एकजुट कर उनके समस्याओ का निवारण करना इस संगठन का उद्देश्य है| 

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना संगठन के कई उद्देश्य हैं और इन्हीं उद्देश्यों में से कुछ उद्देश्य इस प्रकार हैं. राजपूतों में एकता कायम करके रखना, राजपूत इतिहास की रक्षा करना, राजपूत महिलाओं को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना, राजपूतों के हितों के लिए लड़ना और उनको आरक्षण दिलाने के लिए प्रयास करना|

श्री राजपूत करणी सेना का मुख्य उद्देश्य सरकारी नौकरियों और शिक्षा में राजपूत समाज के हित में जाति आधारित आरक्षण की मांग करना था| करणी सेना ने इसके अलावा सरकार में राजपूत विधायकों को बहुमत दिलवाकर चुनाव में जीत दर्ज करने में मदद करने के कार्य को भी विशेष प्राथमिकता दी|

करणी सेना में कितने लोग हैं? | करणी सेना में कितने सदस्य है? | करणी सेना एक मजबूत संगठन क्यों है? | Karni Sena me Kitne Log Hai?

श्री करणी सेना संगठन से जुड़े हुए ज्यादातर सदस्य युवा हैं| जो कि इस संगठन के लिए हर तरह का कार्य करने के लिए सदैव तैयार रहते हैं| श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना राजस्थान के काफी सक्रिय रूप से कार्यरत है| इसके अलावा करणी सेना का विस्तार अभी दूसरे राज्यों में भी काफी व्यापक रूप में देखा जा सकता है|

करणी सेना के ज्यादातर सदस्य राजपूत हैं| इतना ही नहीं बल्कि यह माना जाता है कि राजस्थान की लगभग 12 प्रतिशत आबादी इस सेना के साथ जुड़ी हुई है| जिसके चलते करणी सेना का प्रभाव स्थानीय सरकार में भी काफी हद तक माना जाता है|

करणी सेना अपने बढ़ते संगठन और प्रभाव के चलते राजपुत समाज के उत्थान के प्रति और भी प्रभावी ढंग से कार्य कर रही है|

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना क्षत्राणी इकाई | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Kshtrani ikai

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना क्षत्राणी इकाई यह श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना संगठन का ही एक भाग है| यह इकाई श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का महिला संगठन है| इस इकाई की सभी सदयस्या राजपूत महिलाएं (क्षत्राणियां) है| इस संगठन की कार्यकारिणी भी महिलाओं द्वारा ही संचालित की जाती है|

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना क्षत्राणी इकाई का मुख्य उद्देश्य राजपूत महिलाओं को उनका अधिकार दिलाना, आगे बढ़ने के सभी अवसर प्रदान करना, राजपूत महिलाओं को शिक्षित करना तथा समाज में उचित स्थान प्रदान करना है| इन उद्देश्यों के चलते श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना क्षत्राणी इकाई राजपूत महिलाओं के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है|

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की वेबसाइट | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Website

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए तथा संगठन के विविध कार्यों के बारे में जानने के लिए श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने अपनी एक वेबसाइट वेबसाइट प्रस्तुत की है| इस वेबसाइट पर जाने की किये क्लिक करे|

करणी सेना ज्वाइन कैसे करे? | श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के साथ कैसे जुड़े? | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Kaise Join Kare? | How to Join Shree Rashtriya Rajput Karni Sena?

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने अपने सभी राजपूत भाइयों को संगठन से जुड़ने के लिए एक आसान तरीका प्रदान किया है| जो भी श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के साथ जुड़ना चाहता है; उन्हें अपने मोबाइल में करनी सेना का ऍप डाउनलोड करना होगा| इस ऍप में आप के बारे में साधारण सी जानकारी डालने के पश्चात आप श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के साथ जुड़ सकते है|

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का मोबाइल ऍप | Shree Rashtriya Rajput Karni Sena Mobile App

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने संगठन के बारे में आसानी से जानकारी प्रस्तुत करने के लिए; तथा संगठन के साथ जुड़नेके लिए एक मोबाइल ऍप का निर्माण कराया है| यह एक बहुत ही सरल और समजनेके लिए काफी आसान ऍप है| इस ऍप को कोई भी बहोतही आसानी के साथ संचालित कर सकता है| इस ऍप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करनेके लिए याहा क्लिक करे:

करणी सेना किन मुद्दों पर अधिक चर्चा में रही | Karni Sena Kin Muddo Par Charcha me Rahi

पद्मावत फिल्म को लेके करणी सेना का विरोध

पद्मावत फिल्म को लेके विवादों के चलते करणी सेना को देशभर में जाना जाने लगा| पद्मावत फिल्म को लेकर करणी सेना ने काफी जोर-शोर से अपना विरोध प्रदर्शन किया| इस विरोध प्रदर्शन ने कुछ जगहोंपे हिंसक रूप भी धारण कर लिया था| वहीं जब इस फिल्म की शूटिंग राजस्थान में की जा रही थी, तो करणी सेना के सदस्यों ने इस फिल्म के सेट पर जाकर भी अपना विरोध दर्ज कराया था| यहां तक की जब संजय लीली भंसाली राजस्थान इस फिल्म की शूटिंग के लिए आए थे, तो करणी सेना ने उनका भी विरोध किया था| इस फिल्म में दिखाए गए ‘घूमर’ डांस को लेकर करणी सेना ने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई थी; जिसके बाद इस गाने में ग्राफिक्स की मदद से दीपिका पादुकोण की कमर को ढका गया था| इतना ही नहीं इस मूवी का नाम शुरुआत में पद्मावती रखा गया था, जिसको बाद में करणी सेना के विरोध के चलते बदलकर पद्मावत करना पड़ा था|

प्रसून जोशी के साथ विवाद और पीटने की धमकी

पद्मावत फिल्म को सेंसर बोर्ड से रिलीज करने के लिए अनुमति मिलने के बाद भी कई राज्यों की सरकारों ने इस फिल्म को दिखाने से इंकार कर दिया गया था| वहीं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी करणी सेना द्वारा पीटने की धमकी दी थी| वहीं जब इस फिल्म का मसला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो सुप्रीम कोर्ट ने इस फिल्म को पूरे देश में रिलीज करने के आदेश दिए थे| वहीं करणी सेना ने लोगों को सिनेमा घर ना जाने की सलाह दी थी|

करणी सेना का सिनेमा घरों के सामने विरोध प्रदर्शन

पद्मावत फिल्म की रिलीज से पहले करणी सेना के सदस्यों ने अपना विरोध दर्ज करवाते हुए सिनेमा घरों के सामने आंदोलन किये| जिसके चलते कई सिनेमाघरों के मालिकों ने इस फिल्म को पर्दे पर दिखाने से इंकार कर दिया| करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के फलस्वरूप सिनेमा घरों के मालिकों ने ‘पद्मावत’ की बुकिंग रद्द करना शुरू कर दिया था|

करणी सेना का दीपिका पादुकोण के खिलाफ बयान

पद्मावत फिल्म में दीपिका पादुकोण मुख्य किरदार में थी; जिसके चलते करणी सेना ने उन पर भी कई जुबानी हमले किए थे तथा अपना विरोध दर्शाया था|

जोधा-अकबर फिल्म पर करणी सेना का विरोध

साल 2008 में करणी सेना संगठन ने ‘जोधा-अकबर’ फिल्म को लेकर भी अपना विरोध दर्ज करवाया था| करणी सेना का आरोप था कि इस फिल्म में इतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़ छाड़ की गई है| उस समय भी करणी सेना ने मांग की थी कि जोधा-अकबर फिल्म पर बैन लगा दिया जाए| करणी सेना की मांग के चलते जोधा-अकबर फिल्म को राजस्‍थान में रिलीज नहीं कराया गया था| जोधा-अकबर फिल्म को आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्मित किया गया था|

करणी सेना ने फिल्म वीर को लेकर भी अपना विरोध दर्ज किया था| इस फिल्म में सलमान खान मुख्य भूमिका में थे और करणी सेना ने इस फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने को कहा था|

करणी सेना फिल्मों के अलावा भी जहा कही राजपूत समाज तथा राजपूत इतिहास के साथ कुछ छेड़खानी का मुद्दा देखती है तो समय-समय पर अपना विरोध दर्ज कराती है|

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का लोकप्रिय संस्कृति में प्रवेश इस बात का प्रमाण है कि यह संगठन सिर्फ एक सामाजिक समूह नहीं है, बल्कि भारतीय इतिहास और संस्कृति का अभिन्न अंग है। फिल्मों, धारावाहिकों, और लोक गीतों के माध्यम से सेना का संदेश लाखों लोगों तक पहुंचता है और उन्हें राष्ट्रधर्म की याद दिलाता है। भविष्य में भी निश्चित रूप से लोकप्रिय संस्कृति करणी सेना के वीर योद्धाओं की गाथाओं को गाती रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

2 thoughts on “श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना: इतिहास के पन्नों पर वीरता का साक्षी | Shri Rashtriya Rajput Karni Sena: Witness of bravery on the pages of history”

  1. सुखदेव सिंह गोगामेडी जी हमेशा हमारे दिलों में अमर रहेंगे जय भवानी जय राजपूताना ओम शांति

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