आइये जानते है राजस्थान के टॉप १० टूरिस्ट स्पॉट| राजस्थान की रंगीन गलियों में चलने और ऐतिहासिक किलों की कहानियां सुनने के लिए तैयार हैं? आज हम आपको राजस्थान के दस बेहतरीन पर्यटन स्थलों की झलक दिखाएंगे!
१. जयपुर | जयपुर टूरिस्ट प्लेस | Jaipur Tourist Place
जयपुर, राजस्थान की राजधानी, अपने गुलाबी रंगे भवनों और समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। १७२७ में स्थापित, यह भारत के पहले नियोजित शहरों में से एक है, जिसकी सुंदर राजपूत वास्तुकला पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
जयपुर में आपको इतिहास की झलकियां देखने को मिलेगी। आमेर का किला, एक पहाड़ी पर स्थित शानदार परिसर, राजपूत शासनकाल की भव्यता का प्रतीक है। हवा महल, अपनी हवादार खिड़कियों और जटिल नक्काशी के साथ, हवा की महारानी के महल के रूप में प्रसिद्ध है। सिटी पैलेस, शाही निवास, संग्रहालय और हथियार घर से सुसज्जित, मुगल और राजपूत वास्तुकला का एक अद्भुत मिश्रण है। जंतर-मंतर, खगोलीय उपकरणों का एक खुला संग्रहालय, आपको आश्चर्यचकित कर देगा।
लेकिन जयपुर सिर्फ इतिहास के बारे में नहीं है। यह जीवंत संस्कृति और कला का भी केंद्र है। बप्पू बाजार, कपड़े, मसाले और हस्तशिल्प से भरा हुआ, खरीदारी के शौकीनों के लिए स्वर्ग है। नाहरगढ़ किले में, जो सूर्यास्त के समय अपने लुभावने दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है, आप पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रदर्शन का आनंद ले सकते हैं।
जयपुर का स्वाद लेने के लिए, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना न भूलें। दाल बाटी चूरमा, मीठा पान, और लस्सी जैसे व्यंजन आपको स्वादिष्ट यात्रा पर ले जाएंगे।
चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, कला उत्साही हों, या रोमांचक अनुभवों की तलाश में हों, जयपुर आपके लिए कुछ न कुछ जरूर रखता है। तो गुलाबी नगरी की यात्रा की योजना बनाएं और उसके जादू में खो जाएं!
२. उदयपुर | उदयपुर टूरिस्ट प्लेस | Udaipur Tourist Place
राजस्थान की धरती पर एक रत्न है, जिसे “पूर्व का वेनिस” के नाम से जाना जाता है – उदयपुर। झीलों से घिरा यह शहर अरावली की पहाड़ियों की गोद में बसा है, और अपनी रोमांटिक हवा के साथ पर्यटकों को अट्रैक्ट करता है। शाही इतिहास, जीवंत संस्कृति, मनमोहक वास्तुकला और प्राकृतिक छटा का संगम इसे भारत के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है।
उदयपुर में घूमने के लिए कई आकर्षक स्थल हैं। जग मंदिर, पिछोला झील के बीच में स्थित एक शानदार महल, रोमांटिक वातावरण का अनुभव कराता है। सिटी पैलेस, राजपूत शासकों की भव्यता का प्रतीक है, जिसमें संग्रहालय, आंगन, और सुंदर झरोखे देखे जा सकते हैं। लेक पैलेस, जग निवास द्वीप पर स्थित एक शानदार होटल, अपनी खूबसूरती से किसी राजसी महल से कम नहीं है।
उदयपुर सिर्फ महलों और झीलों के बारे में ही नहीं है। यहां सहेलियों की बाड़ी, खूबसूरत फूलों और फव्वारों से सजा एक बगीचा, आपको प्रकृति की गोद में ले जाएगा। मोती मगरी, एक पहाड़ी पर स्थित, शहर का मनोरम दृश्य पेश करती है। बगोर की हवेली, पारंपरिक राजस्थानी वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां आप शाम को लोक नृत्य का आनंद ले सकते हैं।
उदयपुर की संस्कृति का अनुभव करने के लिए, गुलाब बाड़ी में लोकगीत और नृत्य का प्रदर्शन देख सकते हैं। स्थानीय बाजारों में कपड़े, हस्तशिल्प, और स्मृति चिन्ह खरीदने का मजा भी ले सकते हैं। मसालेदार राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लेना न भूलें!
उदयपुर रोमांटिक पलायन, पारिवारिक यात्रा, या सांस्कृतिक अनुभव के लिए एक शानदार गंतव्य है। यहां आप झीलों पर शानदार बोट राइडिंग का आनंद ले सकते हैं, हॉट एयर बलून से उड़ान भरकर शहर का हवाई दृश्य देख सकते हैं, या आयुर्वेदिक स्पा में आराम कर सकते हैं।
तो फिर देर किस बात की? उदयपुर आएं और खुद को झीलों के शहर के जादू में खो दें!
३. जोधपुर | जोधपुर टूर | Jodhpur Tour
राजस्थान की धूप में नहाया, जोधपुर, सूर्य नगरी के नाम से जाना जाता है। यह शहर अपनी नीली छतरी वाले घरों, ऐतिहासिक किलों और महलों, जीवंत बाजारों और गर्म रेगिस्तानी हवाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर्यटकों को इतिहास, संस्कृति और रोमांच का एक अनूठा संगम मिलता है।
जोधपुर का सबसे प्रमुख आकर्षण है शानदार मेहरानगढ़ किला। १२५ मीटर ऊंची चट्टान पर स्थित यह किला 15वीं शताब्दी में बनाया गया था और राजपूत शौर्य का प्रतीक है। किले के अंदर कई महल, संग्रहालय और मंदिर हैं, जो पर्यटकों को इतिहास की यात्रा पर ले जाते हैं।
नीले शहर के रूप में प्रसिद्ध जोधपुर की गलियों में घूमना अपने आप में एक अनुभव है। सदर बाजार में मसालों की खुशबू, कपड़ों की रंगीन चमक और स्थानीय शिल्प की कलात्मकता आपको मोहित कर देगी। घंटाघर शहर का दिल है, जहां से पूरे शहर का नजारा देखा जा सकता है।
जोधपुर सिर्फ इतिहास और खरीदारी के बारे में ही नहीं है। उम्मेद भवन पैलेस, एक शानदार संग्रहालय और होटल है, जो अपनी वास्तुकला और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है। रात में, उम्मेद भवन पैलेस का नजारा देखते हुए डिनर का आनंद लेना एक यादगार अनुभव होगा।
जोधपुर के आसपास भी घूमने के लिए कई जगहें हैं। मंडोर के पुराने मंदिर, ओसियां के जैन मंदिर, और माचिया जैविक उद्यान की हरी भरी वादियां आपको प्रकृति की शांति का अनुभव कराएंगी।
यदि आप रोमांच पसंद करते हैं, तो थार रेगिस्तान में जीप सफारी या ऊंट सफारी का आनंद ले सकते हैं। रेत के टीलों के बीच सूर्यास्त का नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
जोधपुर खाने-पीने के शौकीनों के लिए भी स्वर्ग है। यहां मिलने वाली मारवाड़ी थाली, दाल बाटी चूरमा, और मिठाइयां आपको स्वाद का अनूठा अनुभव देंगी।
जोधपुर एक ऐसा शहर है, जो हर किसी को कुछ न कुछ खास देता है। इतिहास प्रेमियों को किले और महल, शॉपिंग के शौकीनों को बाजार, प्रकृति प्रेमियों को उद्यान और रोमांच पसंद करने वालों को रेगिस्तान का लुत्फ उठा सकते हैं। तो तैयार हो जाइए, सूर्य नगरी जोधपुर आपको अपनी रंगीन दुनिया में खोने के लिए तैयार है!
४. जैसलमेर | जैसलमेर टूरिस्ट प्लेस | Jaisalmer Tourist Place
राजस्थान के सुनहरे रेगिस्तान में छिपा खजाना, जैसलमेर, “सोनार किला” के नाम से मशहूर है। सूरज की किरणों में नहाया यह शहर अपनी पीले पत्थर की इमारतों, भव्य किले, जीवंत बाजारों और थार के रोमांच के लिए पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। यहां हर कदम पर इतिहास की कहानियां, संस्कृति की झलक और रोमांच का नया रोमांच मिलता है।
जैसलमेर का मुकुटमणि है, सूर्यगढ़ पैलेस या जैसलमेर का किला। १२ वीं शताब्दी में बना यह किला आज भी अपनी भव्यता से सबको मोहित करता है। अंदर के हवेलियां, मंदिर और संग्रहालय इतिहास के पन्नों को पलटने का मौका देते हैं।
जैसलमेर की खासियत है उसकी हवेलियां। पटवों की हवेली, नाथमल की हवेली, सलीम सिंह की हवेली – हर एक अपनी कलात्मक नक्काशी और वास्तुकला से आश्चर्यचकित करती हैं। इन हवेलियों में घूमते हुए मानो राजाओं-महाराजाओं के जमाने में लौट जाते हैं।
बादशाहों का शौक न था, तो शाही समाधि क्यों न होती? व्यास छत्री, विभिन्न राजाओं की समाधियां, अपने अलंकृत शिल्प और शांत वातावरण के लिए जानी जाती हैं। इतिहास प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं।
रेगिस्तान का रोमांच लेना हो, तो सैम सैंड ड्यून्स का रुख कीजिए। ऊंट सफारी, पैराग्लाइडिंग, जीप सफारी – रेत के टीलों के बीच रोमांच के ये रंग आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। रात में रेगिस्तान के शांत वातावरण में अलाव के पास बैठकर तारों भरा आसमान देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
जैसलमेर की रंगीन गलियों में खो जाएं, तो सदर बाजार में खरीदारी का मजा लें। बेहतरीन कढ़ाई वाले कपड़े, चमकीले गहने, मसालों की खुशबू – यहां हर चीज आपको लुभाएगी।
स्वाद की बात करें, तो यहां मिलने वाले लजीज व्यंजन आपको स्वाद का सफर कराएंगे। मक्खनिया लस्सी, दाल बाटी चूरमा, कढ़ी कचोरी – इन स्थानीय स्वादों का लुत्फ उठाए बिना आपकी जैसलमेर यात्रा अधूरी रह जाएगी।
इतिहास, संस्कृति, रोमांच और स्वाद का अनूठा संगम पेश करने वाला जैसलमेर, आपका दिल जीत लेगा। तो तैयार हो जाइए, “सोनार किला” आपको अपनी सुनहरी दुनिया में खोने के लिए इंतजार कर रहा है!
५. बीकानेर | बीकानेर टूर | Bikaner Tour
रेगिस्तान की धूप में चमकता बीकानेर, “ऊंटों का शहर” के नाम से जाना जाता है। यहां शानदार किले और महलों का इतिहास, जीवंत बाजारों की रौनक, कलात्मक हवेलियों की खूबसूरती और थार के रोमांच का लुत्फ आपको एक ही जगह मिलता है। बीकानेर की हर गलियां इतिहास की कहानियां सुनाती हैं और हर कदम पर आपको कुछ नया खोजने का रोमांच मिलता है।
बीकानेर की शान है जूनागढ़ का किला। १५ वीं शताब्दी में बना यह किला ऊंची चट्टानों पर राजपूत वीरता का प्रतीक है। किले के परिसर में भव्य महल, संग्रहालय, मंदिर और झरोखे आपको अतीत की यात्रा पर ले जाते हैं। जूनागढ़ किले से सूर्यास्त का नजारा देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
बीकानेर की खासियत है उसकी हवेलियां। लालगढ़ पैलेस, करणी माता मंदिर, रामपुरिया हवेली – हर एक अपनी अनूठी वास्तुकला और कलात्मक नक्काशी से आपको मोहित कर देगी। इन हवेलियों में घूमते हुए मानो राजाओं-महाराजाओं के जमाने की झलक मिलती है।
बीकानेर के बाजारों की रौनक भी देखने लायक है। सदर बाजार में मसालों की खुशबू, चमकीले कपड़ों की रंगत और स्थानीय शिल्प की कलात्मकता आपको खरीदारी के लिए लुभाएगी। यहां से ऊनी कालीन, चमड़े के सामान और पारंपरिक स्मृति चिन्ह खरीदना न भूलें।
रोमांच का शौक है, तो गजनेर झील का रुख कीजिए। ऊंट सफारी या जीप सफारी का आनंद लेते हुए रेगिस्तानी परिदृश्य का लुत्फ उठाए। रात में गजनेर झील के पास अलाव के पास बैठकर तारों भरा आसमान देखना एक जादुई अनुभव होगा।
स्वाद की बात करें, तो बीकानेर के मसालेदार व्यंजन आपको स्वाद का सफर कराएंगे। मक्खनिया लस्सी, कचौड़ी सब्जी, बीकानेरी भुजिया – इन स्थानीय स्वादों का मजा लेना न भूलें। मीठा पसंद करते हैं, तो लाजवंती और घेवर का स्वाद जरूर लें।
इतिहास, संस्कृति, रोमांच और स्वाद का अनूठा संगम पेश करने वाला बीकानेर, आपका दिल जीत लेगा। तो तैयार हो जाइए, ऊंटों की नगरी बीकानेर आपको अपनी रंगीन दुनिया में खोने के लिए इंतजार कर रही है!
६. पुष्कर | पुष्कर टूरिस्ट प्लेस | Pushkar Tourist Place
राजस्थान की धरती पर, अरावली पहाड़ियों की गोद में बसा पुष्कर, आस्था और संस्कृति का एक अनूठा संगम प्रस्तुत करता है। यह पवित्र शहर अपने पवित्र पुष्कर झील, ब्रह्मा मंदिर और रंगारंग संस्कृति के लिए जाना जाता है, जो हर साल हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है।
पुष्कर झील का पवित्र जल आपको आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगा। कहा जाता है कि इस झील में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है। झील के चारों ओर ५२ घाट बने हैं, जहां सुबह से शाम तक श्रद्धालु स्नान करते और पूजा-पाठ करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां लगने वाला पुष्कर मेला, दुनिया का सबसे बड़ा पशु मेला है, जहां रंगारंग परंपराओं और ऊंटों की व्यापार देखने को मिलती हैं।
पुष्कर का मुख्य आकर्षण है ब्रह्मा मंदिर। यह विश्व का एकमात्र ब्रह्मा को समर्पित मंदिर है। लाल रंग का शिखर और मंदिर की वास्तुकला आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। मंदिर के अंदर ब्रह्मा जी की चार मुखी प्रतिमा और उनकी पत्नी सावित्री की प्रतिमा दर्शन कर आप अपने मन को शांत कर सकते हैं।
पुष्कर की गलियों में घूमना अपने आप में एक अनुभव है। सदर बाजार में आपको पारंपरिक कपड़े, चमकीले गहने, मसालों की खुशबू और राजस्थानी शिल्पकला का बेहतरीन नमूना देखने को मिलेगा। यहां खरीदारी करना आपके लिए यादगार बन जाएगा।
यदि आप इतिहास में रुचि रखते हैं, तो गायत्री तीर्थ, रंगजी मंदिर और वराह मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों को जरूर देखें। ये मंदिर न केवल अपनी वास्तुकला से आपको आकर्षित करेंगे, बल्कि आपको इतिहास की गहराइयों में भी ले जाएंगे।
पुष्कर में आने वाले पर्यटक रोमांचक गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं। गर्म हवा के गुब्बारों में उड़कर शहर का हवाई नजारा देखना, ऊंट सफारी का रोमांच लेना या नाव की सवारी का आनंद लेना आपके सफर को और यादगार बना देगा।
७. रणथंभौर | रणथंभौर की यात्रा | Tour of Ranthambore
रणथंभौर: जंगल का रोमांच, इतिहास की धरोहर!
राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास और घने जंगलों का संगम, रणथंभौर, पर्यटकों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है। यहां हरियाली का आंचल फैला राष्ट्रीय उद्यान, एक ओर बाघों के राजसी ठाट का दीदार कराता है, तो दूसरी ओर ऐतिहासिक किला, शूरवीरता की गाथा सुनाता है।
रणथंभौर का असली हीरो है रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान। बाघों की दहाड़, हिरणों की छलांग और विविध पक्षियों का कलरव, जंगल के सफर को रोमांचकारी बनाते हैं। जीप सफारी में जंगल की गहराइयों में उतरकर वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखना, एक अद्भुत अनुभव है।
इतिहास के शौकीनों के लिए रणथंभौर किला किसी स्वर्ग से कम नहीं। पहाड़ी पर स्थित यह विशाल किला, सदियों से राजाओं और रानियों की कहानियों को अपने भीतर समेटे हुए है। किले की ऊंची प्राचीरों से सूर्यास्त का नज़ारा मनमोहक होता है।
रणथंभौर की खासियत है, जंगल और इतिहास का इतना करीब होना। जंगल सफारी के बाद किले की ऐतिहासिक गलियों में घूमना, मानो समय के सफर पर निकल जाना है। पाडलिया तालाब और सूरजपोल जैसे ऐतिहासिक स्थल, राजस्थान की वीर गाथाओं की झलक दिखाते हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए रणथंभौर में घूमने की जगहों की कमी नहीं। सुरवाल झील में पक्षी देखने का आनंद, जोगी महल की शाही छटा, और रणथंभौर गार्डन की हरियाली, आपको प्रकृति से जुड़ने का मौका देते हैं।
स्वाद की बात करें, तो रणथंभौर के स्थानीय व्यंजन आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। दाल बाटी चूरमा, लपसी, और मक्खनिया लस्सी जैसे स्वाद, राजस्थानी संस्कृति का असली स्वाद चखाते हैं।
८. चित्तौड़गढ़ | चित्तौड़गढ़ का टूर | Tour of Chittorgarh
मेवाड़ की गौरव गाथा बयां करता चित्तौड़गढ़, अपने इतिहास, शौर्य और सौंदर्य से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करता है। पहाड़ी पर बसा यह शहर “वीरों का मेवाड़” कहलाता है, जहां हर पत्थर इतिहास गाता है।
चित्तौड़गढ़ किला, भारत के सबसे बड़े किलों में से एक, यहां का मुकुटमणि है। सात द्वारों से प्रवेश पाकर आप इतिहास के गलियारों में चलते हैं। राणा कुंभा महल, रानी पद्मिनी महल, विजय स्तम्भ – हर इमारत अपनी कहानी कहती है। सूर्यास्त में किले का नजारा देखना मानो अतीत के वैभव की झलक पाना है।
वीरता की गाथाओं से भरा चित्तौड़गढ़ “जौहर” की वीरता के लिए भी जाना जाता है। पद्मिनी तालाब और गौमुख कुंड ऐसी ही गाथाओं के गवाह हैं। इतिहास प्रेमियों के लिए यह जगह किसी तीर्थ से कम नहीं।
चित्तौड़गढ़ सिर्फ इतिहास के बारे में नहीं है। गौमुख कुंड की प्राकृतिक छटा और सीता माता अभयारण्य का हरा-भरा वन आपको प्रकृति की गोद में ले जाएगा। यहां आप वन्यजीवों को देखकर रोमांच का अनुभव कर सकते हैं।
खान-पान के शौकीनों के लिए भी चित्तौड़गढ़ स्वाद का खजाना है। मक्खनिया लस्सी, दाल-बाटी-चूरमा, मिठाईयां – इन स्थानीय स्वादों का लुत्फ उठाए बिना आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी।
चित्तौड़गढ़ की रोशनी-साउंड शो इतिहास को जीवंत कर देती है, जिससे आप उस दौर में खो जाते हैं। यहां के संग्रहालयों में इतिहास के अवशेष देखकर आप अतीत को छू सकते हैं।
९. माउंट आबू | माउंट आबू की सैर | Tour of Mount Abu
अरावली पहाड़ियों के हरे भरे आंचल में बसा माउंट आबू, राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। गर्मी की तपिश से राहत दिलाने वाला यह ठंडा और हसीन शहर प्रकृति प्रेमियों और शांति चाहने वालों के लिए स्वर्ग है। यहां झीलों की चमचमाहट, पहाड़ों की ऊंचाई, मंदिरों की पवित्रता और इतिहास की धरोहर एक साथ मिलकर आपको एक यादगार अनुभव दिलाती है।
माउंट आबू का प्रवेश द्वार ही खास है। अचलगढ़ किला, अपनी वीरतापूर्ण अतीत की कहानियां सुनाता है। पहाड़ी पर चढ़ते हुए नक्की झील का नजारा मन को मोह लेता है। भारत की पहली मानव निर्मित झील, नक्की झील अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। नाव की सवारी करते हुए पहाड़ों की छाया में झील का आनंद लेना एक सुखद अनुभव है।
आध्यात्मिकता की तलाश करने वालों के लिए माउंट आबू स्वर्ग है। अचलगढ़ किले के पास स्थित अर्बुदा देवी मंदिर, 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मंदिर के दर्शन के लिए ३६५ सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, लेकिन ऊपर पहुंचने पर मिलने वाला आनंद अविस्मरणीय होता है। दिलवाड़ा जैन मंदिर, अपने शानदार श्वेत संगमरमर वास्तुकला और कलात्मक नक्काशियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन मंदिरों में घूमते हुए इतिहास और कला का संगम महसूस किया जा सकता है।
प्रकृति प्रेमी गुरु शिखर की ऊंचाई को छू सकते हैं। अरावली की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचकर बादलों को छूने का एहसास आपको रोमांचित कर देगा। माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य में हिरण, तेंदुए, और विभिन्न पक्षियों को देखकर आप प्रकृति की गोद में खो जाएंगे।
रोमांच पसंद करने वालों के लिए माउंट आबू में कई विकल्प हैं। पैराग्लाइडिंग, हॉर्स राइडिंग, और ट्रेकिंग का आनंद उठाकर आप रोमांच का अनुभव कर सकते हैं। शाम को सूर्यास्त का नजारा देखना और नक्की झील के किनारे बोटिंग करना आपके सफर की यादों को और खास बना देगा।
माउंट आबू में खाने-पीने के शौकीनों के लिए भी बहुत कुछ है। राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लेना न भूलें। मक्खनिया लस्सी, दाल बाटी चूरमा, और मिठाइयां यहां के लोकप्रिय व्यंजन हैं।
१०. भरतपुर | भरतपुर की यात्रा | Bharatpur Rajasthan
राजस्थान के पूर्वी द्वार पर बसा भरतपुर, प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक धरोहरों और रोमांच का एक अनूठा संगम है। पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, भव्य किले और शाही महलों की झलक, रंगारंग मंदिरों का आशीर्वाद – यहां हर कदम पर आपको कुछ नया देखने-अनुभव करने को मिलेगा।
भरतपुर की शान है केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे “केवलादेव घना” के नाम से भी जाना जाता है। हजारों प्रवासी पक्षियों का शीतकालीन घर, यह उद्यान रंग-बिरंगे पंखों का अनंत आसमान दिखाता है। नाव की सवारी करते हुए पक्षियों का कलरव सुनना और उनका नृत्य देखना एक अविस्मरणीय अनुभव है।
इतिहास के शौकीनों के लिए भरतपुर पैलेस एक खजाना है। मुगल और राजपूत वास्तुकला का संगम, यह महल आपको शाही जीवन की झलक देता है। महल के संग्रहालय में कलाकृतियां और हथियार इतिहास की कहानियां सुनाते हैं।
लोहागढ़ किला भरतपुर की वीरता का प्रतीक है। पहाड़ी पर बना यह किला शत्रुओं को ललकारता खड़ा है। किले के अंदर सुरंगें, तोपें और महल आपको उस जमाने में ले जाएंगे जब युद्ध लड़े जाते थे और किले जीते जाते थे।
धार्मिक पर्यटन के लिए भरतपुर में कई मंदिर हैं। गंगा मंदिर, अपने गुलाबी रंग और मगरमच्छ की पीठ पर विराजमान गंगा माता की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। लक्ष्मण मंदिर, राजस्थानी स्थापत्य शैली का बेहतरीन उदाहरण है। इन मंदिरों में घूमते हुए शांति और आस्था का अनुभव होगा।
अगर आप रोमांच पसंद हैं, तो भरतपुर में घुड़सवारी का मजा ले सकते हैं। देश के सबसे पुराने घुड़सवारी स्कूलों में से एक यहां मौजूद है। घोड़ों पर सवार होकर खुले मैदानों में दौड़ लगाना एक रोमांचकारी अनुभव होगा।
भरतपुर के बाजारों में घूमकर स्थानीय शिल्प, मसालों की खुशबू और रंगीन कपड़ों का आनंद ले सकते हैं। यहां मिलने वाली मिठाइयां आपके मुंह का स्वाद मीठा कर देंगी।
प्रकृति प्रेमियों के लिए भरतपुर में भरतपुर झील घूमने का सुखद अनुभव होगा। नाव की सवारी करते हुए झील की खूबसूरती और शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं।