मर्यादा पुरुषोत्तम: भगवान श्री राम

अयोध्या का प्रताप, राम बने राजकुमार

सीता से गंधर्व विवाह, प्रेम का पवित्र उपहार

वचन पालन का कष्ट, १४ वर्ष का वनवास

हनुमान का प्रेमभक्त, लंका दहन का उत्साह

पापी रावण से युद्ध, धर्म की विजय संवाद

रावण का अंत, राम का विजयी अभिषेक

सीता अग्नि परीक्षा, पवित्रता का उजागर

न्याय और प्रजा प्यार, राम राज्य का सुखदायक

भगवान विष्णु का अवतार, सृष्टि का संतुलन

सत्य, कर्तव्य का पथ, आदर्शों का स्रोत

श्री राम का जीवन प्रेम, संघर्ष और विजय की कहानी के महत्वपूर्ण अध्याय हैं।